नई दिल्लीकोरोना वायरस के खिलाफ शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान से पहले ही वैक्सीन के साइड इफेक्ट को लेकर चर्चा तेज हो गई है। दरअसल एक दिन पहले ही सरकार ने ये साफ कर दिया था कि वैक्सीन लगने के बाद उसका कुछ प्रतिकूल या साइड इफेक्ट भी हो सकता है, इस बात से इनकार नहीं किया जा है। इस पर अब एम्स में कम्यूनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर और कोवैक्सीन के मुख्य जांचकर्ता डॉ. संजय राय ने भी कोरोना वैक्सीनेशन के बाद साइड इफेक्ट की बात होने की आशंका को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है।
दरअसल, बीते सोमवार को केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के टीकाकरण को लेकर गाइडलाइन जारी की और बताया कि पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और बुजुर्गों सहित ऐसे लोगों को वैक्सीन दी जाएगी, जो गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं। इसके बाद मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह के प्रतिकूल प्रभाव मुख्य रूप से टीकाकरण के बाद बच्चों और गर्भवती महिलाओं में देखे गए हैं। ऐसे में कोविड-19 टीकाकरण शुरू करने बाद प्रतिकूल घटना की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
…तो क्या होगा साइड इफेक्ट
बुधवार को एम्स में कम्यूनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर और कोवैक्सीन के मुख्य जांचकर्ता डॉ संजय राय ने कहा कि वैक्सीन के मामले में भी प्रतिकूल घटनाएं हो सकती हैं। हमें पहले से तैयार रहना चाहिए। जहां टीकाकरण किया जाता है, वहां व्यवस्था की जाती है। सरकार के दिशा-निर्देश यह भी बताते हैं कि अगर सरकारी सुविधाएं कुछ स्थानों पर अच्छी नहीं हैं, तो प्राइवेट सेक्टर के साथ जोड़ा जा सकता है।
‘हमें रहना होगा तैयार’
कोवैक्सीन के मुख्य जांचकर्ता डॉ संजय राय ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की टिप्पणी पर मुहर लगाते हुए साफतौर पर कहा कि किसी भी टीकाकरण के बाद प्रतिकूल घटना हो सकती है। कुछ प्रतिकूल घटनाओं में बुखार, दर्द जैसे हल्के होते हैं। वैक्सीन के मामले में भी प्रतिकूल घटनाएँ हो सकती हैं। हमें पहले से तैयार रहना चाहिए।
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