International oi-Rahul Kumar |
Published: Sunday, December 13, 2020, 21:38 [IST]
इस्लामाबाद। पाकिस्तान लगातार कर्ज के दलदल में धंसता जा रहा है। चीन ने पाकिस्तान को 1.5 बिलियन डॉलर का कर्ज दिया है। इस रकम में से यह सऊदी अरब के 2 बिलियन डॉलर (करीब 14 हजार) करोड़ रु के बकाया कर्ज की आधी रकम लौटाएगा। बता दें कि सऊदी का पाकिस्तान पर तीन अरब डॉलर का कर्ज है। जिसमें से पाकिस्तान ने 1 अरब डॉलर के कर्ज को चुका दिया है।पहले भी उसने चीन से कर्ज लेकर सऊदी अरब का कर्ज चुकाया है। सूत्रों ने हालांकि कहा कि इस बार, चीन ने पाकिस्तान को इस बार स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ फॉरेन एक्सचेंज (सेफ) के तहत पैसे नहीं दिए, ना ही कमर्शियल लोन दिया है। यह रकम चीन ने करंसी स्वैप एग्रीमेंट की तहत दी है। पाकिस्तान और चीन ने द्विपक्षीय ट्रेड और इनवेस्टमेंट को बढ़ावा देने के लिए 2011 में यह एग्रीमेंट किया था। इस एग्रीमेंट के तहत लिए गए पैसे को विदेशी कर्ज नहीं माना जाएगा। लेकिन पाकिस्तान को इस राशि को ब्याज के साथ वापस लौटाना होगा। पाकिस्तान के स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) और वित्त मंत्रालय के मुताबिक, सोमवार तक सऊदी को 1 बिलियन डॉलर लौटा दिए जाएंगे। बाकी का 1 बिलियन डॉलर लौटाने के लिए जनवरी का समय तय किया गया है। 3 महीने में यह दूसरी बार है जब पाकिस्तान ने कर्ज उतारने के लिए लोन लिया है। बता दें कि यह पहली बार नहीं जब कर्ज चुकाने के लिए पाकिस्तान ने चीन से कर्ज लिया है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस बार, चीन इस बार 2011 के द्विपक्षीय मुद्रा-स्वैप समझौते (CSA) के आकार को बढ़ाकर, 1.5 बिलियन डॉलर ऋण प्रदान किया है। इससे दोनों देशों के बीच समग्र व्यापार सुविधा का आकार बढ़कर 20 बिलियन चीनी युआन या 4.5 बिलियन डॉलर हो गया है। दिसंबर 2011 में, द्विपक्षीय व्यापार, वित्त प्रत्यक्ष निवेश को बढ़ावा देने और अल्पकालिक चलनिधि सहायता प्रदान करने के लिए, पाकिस्तान के स्टेट बैंक (SBP) और पीपल्स बैंक ऑफ़ चाइना (PBOC) के बीच द्विपक्षीय मुद्रा विनिमय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।
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