सूर्य ग्रहण प्रभावी नहीं लेकिन राशियों पर होगा असर ज्योतिषीय गणना के अनुसार, यह सूर्य ग्रहण वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में लगेगा। सूर्य ग्रहण के दौरान इस बार गुरु चंडाल योग बन रहा है। हालांकि ये ग्रहण भारत में तो प्रभावी नही हैं लेकिन इस ग्रहण का असर राशियों पर पड़ेगा। ऐसे में जिन लोगों की जन्म कुंडली में गुरु-चंडाल योग है, उन्हें विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है और साथ ही वृश्चिक राशि वालों को भी विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। यह पढ़ें: Surya Grahan 2020: 14 दिसंबर को लगेगा साल का आखिरी ‘सूर्य ग्रहण’, क्यों कहा जा रहा है इसे ‘खंडग्रास’? वृश्चिक राशि वाले रहें सावधान मेष: कुछ लोगों को सामाजिक अपयश का सामना करना पड़ सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है। वृष: स्वास्थ्य से संबधित कुछ लोगों को दिक्कतें हो सकती है। राय-मशविरा लेकर ही कार्य करें। मिथुन: सोंच-विचार कर लिए गये निर्णय ही लाभप्रद ही होंगे, किसी से बहस ना करें। कर्क: कार्यो में ज्यादा निवेश से बचना होगा अन्यथा हानि हो सकती है। खर्चो की वृद्धि होगी। सिंह: कुछ लोगों को शारीरिक व मानसिक पीड़ा हो सकती है। वाणी पर नियंत्रण रखना होगा है। कन्या: मानसिक रूप से व्यथित रहेंगे। दोस्तों पर धन का अधिक व्यय करने से बचना होगा। तुला: तुला समय की उपयोगिता व अवसरों को पहचानकर आप लाभ प्राप्त कर सकते है। बेवजह के झगड़ों से बचे। वृश्चिक: आर्थिक क्षति हो सकती है। कुछ लोग अपनी जीविका को लेकर चिंतित हो सकते है। वाहन की गति में नियंत्रण बनाये रखने की जरूरत है। धनु: जीवन साथी के स्वास्थ्य को लेकर भी मन व्यथित रह सकता है। बेवजह किसी पर शक ना करें मकर: आर्थिक स्थिति में पहले की अपेक्षा बेहतरी आने की उम्मीद है लेकिन किसी पर भरोसा ना करें। कुम्भ: जीवन साथी को किसी प्रकार का कष्ट संभव है। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही बरतना ठीक नहीं है। मीन: खान-पान पर सावधानी बरतें। आय – व्यय में समानता की स्थिति बनी रहेगी। क्रोध पर नियंत्रण रखें। सूर्य ग्रहण का समय भारतीय समायानुसार 14 दिसंबर को शाम 07:03 से ग्रहण प्रारंभ होगा और रात्रि 12:23 बजे समाप्त होगा कहां-कहां दिखेगा ये सू्र्य ग्रहण दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर के कुछ इलाकों, मैक्सिको सऊदी अरब, कतर, सुमात्रा, मलेशिया, ओमान, सिंगापुर, नॉर्थन मरिना आईलैंड और श्रीलंका में देखा जा सकेगा। ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा लेकिन भारत के लोग नासा की वेबसाइट पर जाकर वहां इसका लाइव प्रसारण देख सकते हैं। क्या होता है गुरु चांडाल योग गुरु और राहु की युति से बनने वाला गुरु चांडाल योग बुरे योगों की श्रेणी में आता है। इसके प्रभाव से जातक के जीवन में अनेक कष्ट, परेशानियां, आर्थिक संकट, रोग और अत्यधिक खर्च आते हैं।चांडाल योग के कारण व्यक्ति का जीवन अस्थिर हो जाता है। 14 दिसंबर को लगने वाला ग्रहण इस योग को प्रभावित करेगा इसलिए थोड़ा संभलकर रहने की जरूरत है।
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