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भारत के किसान आंदोलन की वजह से पाकिस्तान को सताने लगा सर्जिकल स्ट्राइक का डर
इस्लामाबाद: पाकिस्तान को एक बार फिर भारत की सर्जिकल स्ट्राइक का डर सता रहा है। पाकिस्तान के प्रमुख अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने लिखा है कि खुफिया एजेंसियों से संकेत मिले हैं कि दिल्ली में जारी किसान प्रदर्शनों से ध्यान हटाने के लिए भारत फिर सर्जिकल स्ट्राइक कर सकता है। अखबार ने सेना के सूत्रों के हवाले से लिखा है कि सर्जिकल स्ट्राइक की आशंका से पाकिस्तान ने भारत से लगी सीमा पर सैनिकों को हाई अलर्ट कर दिया है।
अखबार में लिखा है, ”भारत की हिंदुत्ववादी नरेंद्र मोदी सरकार देश में जारी विरोध-प्रदर्शनों को कमजोर करने के लिए कुछ भी कर सकती है। भारत यह भी नहीं चाहता है कि सिख किसानों के नेतृत्व में हो रहे आंदोलन से खालिस्तानी आंदोलन को हवा मिले। कई विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि नियंत्रण रेखा और भारत-पाकिस्तान सीमा पर पाकिस्तानी सैनिकों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है ताकि भारत के किसी भी तरह के दुस्साहस को जवाब दिया जा सके।”
आपको बता दें कि पाकिस्तान के अखबार जियो न्यूज ने भी इस खबर को प्रकाशित है। जियो न्यूज ने लिखा है, ”पाकिस्तान ने भारत के किसी फ्लैग ऑपरेशन या सर्जिकल स्ट्राइक की आशंका के चलते सेना को हाई अलर्ट पर रखा है। अखबार का कहना है कि भारत अपनी आंतरिक और बाहरी समस्याओं से ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक कर सकता है।”
गौरतलब है कि पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले के जवाब में फरवरी 2019 में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकियों के ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी। हालांकि, पाकिस्तान सर्जिकल स्ट्राइक की बात से इनकार करता रहा है लेकिन दूसरी तरफ उसे सर्जिकल स्ट्राइक का डर भी सताता रहता है।
भारत में जारी किसान आंदोलन को लेकर भी पाकिस्तान बयानबाजी करने में लगा हुआ है। पाकिस्तान के मंत्री भारत के किसानों को भड़काने में जुटे हुए हैं। इमरान खान की सरकार में मंत्री फवाद चौधरी ने कहा, ‘निर्दयी मोदी सरकार को पंजाब के किसानों की कोई परवाह नहीं है।’ उन्होंने भारत के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप करते हुए किसानों में फूट डालने की भी कोशिश की।
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