जानिए कहां-कहां दिखेगा ‘सू्र्य ग्रहण’ ये सू्र्य ग्रहण दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर के कुछ इलाकों, मैक्सिको सऊदी अरब, कतर, सुमात्रा, मलेशिया, ओमान, सिंगापुर, नॉर्थन मरिना आईलैंड और श्रीलंका में देखा जा सकेगा। यह पढ़ें: साल 2021 का प्यार का राशिफल जानिए ये ग्रहण क्यों कहला रहा है ‘खंडग्रास’ ? जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के मध्य में आता है, तब यह पृथ्वी पर आने वाले सूर्य के प्रकाश को रोकता है और सूर्य में अपनी छाया बनाता है। इस खगोलीय घटना को ‘सूर्य ग्रहण’ कहा जाता है। ज्योतिष में ग्रहण को अच्छा नहीं माना जाता ‘सूर्य ग्रहण’ एक खगोलीय घटना है लेकिन भारतीय ज्योतिष में ग्रहण को अच्छा नहीं माना जाता है, भारत में नहीं दिखने के कारण इस ‘सूर्य ग्रहण’ को ‘खंडग्रास’ कहा जा रहा है। सूतक ना लगने के कारण इस बार मंदिरों के कपाट भी बंद नहीं होगें लेकिन राशियों पर इसका प्रभाव होगा,जिसके कारण कुछ चीजों का ध्यान रखना काफी जरूरी है, खासकर के वृश्चिक राशि वालों को क्योंकि इस बार सूर्य को ग्रहण वृश्चिक राशि में लग रहा है। ग्रहण को दौरान पांच ग्रह एक साथ होंगे। 14 दिसंबर को है अमावस्या इसलिए कीजिए ये काम आपको बता दें कि 14 दिसंबर को अमावस्या है, ग्रहण प्रकृ्ति का एक अद्भुत चमत्कार है, वैसे यह घटना सदा हमेशा अमावस्या को ही होती है। इस कारण इसका धार्मिक महत्व बढ़ जाता है क्योंकि अमावस्या के दिन दान-पुण्य करने से इंसान के सारे कष्ट समाप्त हो जाते हैं। दान करने की प्रथा ग्रहण काल के दौरान भी पापों और कष्टों से मुक्ति पाने के लिए दान करने की प्रथा है भले ही ग्रहण भारत में नहीं लग रहा है लेकिन इसका असर लोगों के जीवन और राशियों पर पड़ेगा इस कारण इस दिन लोगों को दान-पुण्य करने को कहा जा रहा है। साल 2021 में दो सूर्य ग्रहण आने वाले साल 2021 में दो सूर्य ग्रहण पडेंगे। पहला ग्रहण 10 जून को होगा तो दूसरा 10 दिसंबर 2021 को लगेगा। ये ग्रहण उत्तरी अमेरिका के उत्तरी भाग, यूरोप और एशिया में आंशिक, जबकि उत्तरी कनाडा, ग्रीनलैंड और रूस में पूर्ण रूप से दिखाई देगा, जबकि इंडिया में ये ग्रहण आंशिक रूप से नजर आएगा।
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