इंटरनेट डेस्क। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 14वें सीजन के लिए 18 फरवरी को खिलाड़ियों की नीलामी हो चुकी है। लेकिन नीलामी में अनसोल्ड रहे कीवी बल्लेबाज डेवॉन कॉनवे द्वारा चार दिन बाद खेली गई तूफानी पारी के बाद उनको आईपीएल में न खरीदे जाने पर प्रश्न खड़े हो चुके हैं। डेवॉन 50 लाख के बेस प्राइस में थे लेकिन उन्हें किसी भी टीम ने नहीं खरीदा। भारतीय गेंदबाज आर. अश्विन ने भी मैच के बाद डेवॉन की तारीफ में ट्वीट किया था।
डेवॉन कॉनवे ने हाल ही पांच मैचों की टी20 इंटरनैशनल के पहले मैच में आस्ट्रेलिया के खिलाफ नॉटआउट 99 रनों की पारी खेली थी। कॉनवे के अनसोल्ड रहने को लेकर न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज साइमन डूल ने कहा है कि आईपीएल में ऑस्ट्रेलिया के दूसरे दर्जे के खिलाड़ियों के सामने उनके देश के क्रिकेटरों को हमेशा से नजरअंदाज कर दिया जाता रहा है।
दक्षिण अफ्रीका में जन्में कॉनवे की 59 गेंदों पर खेली गई 99 रन की धमाकेदार पारी से न्यूजीलैंड ने क्राइस्टचर्च में सोमवार को पहले टी20 इंटरनैशनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 53 रन से जीत दर्ज की, लेकिन डूल का मानना है कि न्यूजीलैंड के क्रिकेटरों का अच्छा प्रदर्शन भी मायने नहीं रखता। आईपीएल में सालों से दूसरे दर्जे के ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के सामने न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों को नजरअंदाज किया जाता रहा है। लगता है कि आईपीएल के बाहर केवल बिग बैश टूर्नामेंट ही ऐसी है, जिसके प्रदर्शन पर गौर किया जाता है।
कॉनवे का बेस प्राइस 50 लाख रुपये था, लेकिन किसी भी टीम ने उनमें दिलचस्पी नहीं दिखाई जबकि वह अपनी नैशनल टीम और अन्य टी20 टूर्नामेंट्स में शानदार प्रदर्शन कर रहे थे। डूल ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि इस बात पर आओ। मैंने किसी के नाम का जिक्र नहीं किया इसलिए ट्रोलिंग बंद करो। आईपीएल जब से शुरू हुआ तब से 94 ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को 886 करोड़ रुपये में चुना गया जबकि न्यूजीलैंड के 31 खिलाड़ी ही चुने गए और उन पर 212 करोड़ रुपये खर्च किए गए।
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