दो दिन पूर्व गए थे बेस कैंप जानकारी के अनुसार निखिल दायमा भारतीय सेना की राजपूत रेजिमेंट के सिपाही थे। निखिल दो दिन पूर्व ही बेस कैंप से उरी गए थे। यह उनकी पहली पोस्टिंग थी। आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान निखिल को गोली गली थी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। शनिवार दोपहर को आएगा शव निखिल के ताऊ जीत दायमा ने बताया कि शुक्रवार दोपहर को उन्हें सेना की ओर से निखिल दायमा की शहादत की सूचना मिली है। पार्थिव देह दिल्ली होते हुए शनिवार दोपहर को उनके गांव सैदपुर लाई जाएगी। निखिल 13 जनवरी को ही छुट्टी पूरी कर ड्यूटी पर लौटे थे। 2019 को इंडियन आर्मी ज्वाइन की थी। ट्रेनिंग के बाद उरी में पोस्टिंग मिली थी। शहीद निखिल दायमा का परिवार बता दें कि निखिल अपने परिवार से तीसरे फौजी थे। इनके पिता मंजीत दायमा चालक व माता सविता देवी हाउसवाइफ हैं। निखिल के दाता मुनिलाल दायमा भारतीय सेना में सूबेदार और बड़े दादा दीनदयाल दायमा कैप्टन पद पर सेवाएं दे चुके हैं।
Disclaimer: This post has been auto-published from an agency/news feed without any modifications to the text and has not been reviewed by an editor.
Source link