दीप सिद्धू निकला मास्टरमाइंड! आरोप है कि इस पूरी घटनाक्रम का मुख्य आरोपी दीप सिद्धू ( Deep Sidhu) है, जिसने किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान किसानों को ड़काया और उन्हें लाल किले तक लेकर गया। किसान नेताओं का आरोप है कि दीप सिद्धू ने ही किसानों को लाल किले जाने के लिए भड़काया। वहीं दीप सिद्धू ने अपने बचाव में फेसबुक पर एक वीडियो जारी करके कहा कि उसने लाल किले पर सिर्फ निशान साहिब का झंडा फहराया है और विरोध करने का हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है, भारतीय झंडे को हटाया नहीं गया था। किसान नेताओं ने खुद को दीप से किया अलग 26 जनवरी की घटना के बाद किसान नेता खुद का बचाव कर रहे हैं और पूरी घटना से खुद को अलग कर रहे हैं। लेकिन जिस तरह से 26 जनवरी को हिंसा हुई उसमे बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। दिल्ली पुलिस के अनुसार 83 जवान प्रदर्शनकारियों की हिंसा में घायल हुए हैं। स्वराज इंडिया के चीफ योगेंद्र यादव ने कहा कि दीप सिद्धू और गैंगस्टर लाखा सिधाना ने प्रदर्शनकारियों को 25 जनवरी की रात को भड़काने की कोशिश की थी। इस मामले की जांच होनी चाहिए कि दीप सिद्धू आखिर कैसे माइक्रोफोन लेकर लाल किले तक पहुंच गया। भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के चीफ गुरनाम सिंह चदूनी ने कहा कि दीप सिद्धू ने प्रदर्शनकारियों को भड़काया और उन्हें गुमराह किया। कौन है दीप सिद्धू दीप सिद्धू का जन्म 1984 को पंजाब के मुक्तरस जिले में हुआ था। दीप सिद्धू ने कानूनी की पढ़ाई की है, वह कुछ समय के लिए बार का सदस्य भी था, इसके बाद उसने किंगफिशर मॉडल हंट का खिताब जीता था। 2015 में दीप सिद्धू ने अपनी पहली पंजाबी फिल्म रमता जोगी की। लेकिन दीप को लोकप्रियता 2018 में मिली जब उसकी फिल्म जोरा दास नुंबरिया रिलीज हुई, इस फिल्म में दीप ने गैंगस्टर की भूमिका निभाई थी। सनी देओल की प्रचार टीम का हिस्सा गौर करने वाली बात यह है कि दीप 2019 लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के सांसद सनी देओल की प्रचार टीम का भी हिस्सा था। लाल किले की घटना पर दुख जाहिर करते हुए सनी देओल ने कहा कि मैंने 6 दिसंबर को ट्विटर के जरिए कहा था कि ना तो मेरा और ना ही मेरे परिवार का कोई भी संबंध दीप सिद्धू से है। बता दें कि 25 सितंबर को बड़ी संखअया में किसानों ने शंभू बॉर्डर पर धरना शुरू किया था, इसमे कई कलाकार भी शामिल हुए थे। इन कलाकारों में दीप सिद्धू भी किसानों के साथ प्रदर्शन में शामिल हुआ था। किसान आंदोलन में शुरुआत से शामिल दीप सिद्धू ने बाद में अनिश्चितकाल धरने में शामिल होने का फैसला लिया और वह शंभू बॉर्डर में धरने पर बैठ गया और उसने सोशल मीडिया के जरिए लोगों को जोड़ना शुरू किया और पंजाब में किसानों की समस्या को बताना शुरू किया। कई किसानों ने उसका विरोध किया, उसपर भाजपा-आरएसएस का एजेंट होने का भी आरोप लगाया। लोगों ने दीप सिद्धू की तस्वीर पीएम मोदी, सनी देओल के साथ साझा की। हालांकि दीप इन आरोपों को खारिज करता आया है।
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