कोलकाता
राष्ट्रपति भवन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पोर्ट्रेट पर हो रहे विवाद पर सोमवार को पूर्ण विराम लग गया। नेताजी के प्रपौत्र चंद्र कुमार बोस ने अपने ट्विटर हैंडल पर सुभाष चंद्र बोस की वह ओरिजिनल तस्वीर साझा की है, जिसकी पेंटिंग का 23 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में रामनाथ कोविंद ने अनावरण किया था। इस तस्वीर को लेकर सोशल मीडिया पर काफी विवाद चल रहा था। बताया जा रहा था कि यह पोर्ट्रेट अभिनेता प्रसेनजित का है, जिन्होंने एक फिल्म में नेताजी बोस का किरदार निभाया था।
ऐसा दावा करने वालों में महुआ मोइत्रा समेत टीएमसी के भी कई नेता शामिल थे। सबसे पहले मोइत्रा ने ही अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया था कि यह पोर्ट्रेट ऐक्टर प्रसेनजित का है। इसके बाद सोशल मीडिया पर इसे तेजी से शेयर किया जाने लगा। जब कुछ हैंडल्स ने ऐसे आरोपों पर काउंटर करना शुरू किया तो एक अलग तरह का विवाद खड़ा हो गया।
राष्ट्रपति ने किया नेताजी की पोर्ट्रेट का अनावरण
यूजर्स ने किया आरोपों को काउंटर
कई यूजर्स ने इन आरोपों के जवाब में नेताजी के पड़पोते चंद्र कुमार बोस का पिछले साल किया गया एक ट्वीट कोट करना शुरू कर दिया। बोस ने मूल पोर्ट्रेट को शेयर करते हुए नेताजी को श्रद्धांजलि दी थी। इसके अलावा मशहूर पेंटर परेश मैती का संदर्भ भी दिया गया। पद्मश्री से सम्मानित मैती ही वह कलाकार हैं जिन्होंने यह पोर्ट्रेट बनाया है जो राष्ट्रपति भवन में लगा है। मैती पश्चिम बंगाल से ही आते ही हैं।
This is the original photograph of #NetajiSubhasChandraBose, based on which renowned artist Shri #PareshMaity has d… https://t.co/78YIxAfncS— Chandra Kumar Bose (@Chandrakbose) 1611575296000
हालांकि, सच्चाई सामने आने के बाद महुआ मोइत्रा ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया है। इनके अलावा बंगाल कांग्रेस ने भी अपना ट्वीट डिलीट किया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने भी ट्वीट डिलीट कर माफी भी मांग ली है।
राष्ट्रपति भवन ने भी किया खंडन
वहीं, राष्ट्रपति भवन ने भी सोमवार को सोशल मीडिया में तैर रहे उन अफवाहों का खंडन किया, जिसमें कहा गया है कि राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने नेताजी की 125वीं जयंती के अवसर पर जिस पेंटिंग का अनावरण किया था वह नेताजी का नहीं, बल्कि श्रीजीत मुखर्जी निर्देशित फिल्म में नेताजी की भूमिका निभाने वाले प्रसेनजीत चटर्जी की थी। राष्ट्रपति भवन के एक अधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा कि हम इस तरह के ट्वीट्स पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देते हैं।
उन्होंने कहा कि यह पेंटिंग राष्ट्रपति भवन में बनाई गई थी और आप समझते हैं कि यह किसी ऐक्टर की पेंटिंग है? यह किस तरह का सवाल है? ट्विटर पर कुछ चलाया जा रहा है, लेकिन यह राजनीति से प्रेरित भी हो सकता है। इसके बारे में हम भला क्या कह सकते हैं?
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