नई दिल्लीसाल 2020 को कोई भी यादों के कैलेंडर में सजाना नहीं चाहता। इस साल लाखों लोगों ने अपनो को खो दिया। पूरी दुनिया एक कैदखाने में तब्दील हो गई। पूरी दुनिया को सिर्फ और सिर्फ इंतजार था तो कोरोना वैक्सीन का। भारत में साल 2021 के शुरुआत में ही कोरोना वैक्सीन आ गई और वैक्सीनेशन भी शुरू हो गया। अब तक 10 लाख लोगों ने वैक्सीनेशन करा भी लिया। एक ग्लोबल सर्वे से पता चला है कि पूरी दुनिया के लोग सबसे ज्यादा भरोसा भारत की वैक्सीन का ही कर रहे हैं।एक दिन में रेकॉर्ड वैक्सीनेशनवैक्सीनेशन के पहले दिन ही रेकॉर्ड दो लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन दी गई। ये पूरी दुनिया में एक दिन में वैक्सीनेशन का रेकॉर्ड है। लेकिन इसको लेकर तरह-तरह के भ्रम भी फैलाए गए। वैक्सीन को लेकर कहा जा रहा था कि ये सेफ नहीं है सरकार ने बार-बार इसमें सफाई भी पेश की और लोगों से आग्रह भी किया कि वैक्सीन को लेकर न भ्रम में पड़े और न हीं फैलाएं।नेपाल: Coronavirus Vaccine के लिए PM केपी शर्मा ओली ने की ‘दोस्ताना पड़ोसी’ भारत की तारीफ, PM नरेंद्र मोदी को बोला धन्यवादसबसे आगे हिंदुस्तानी एक अंतर्राष्ट्रीय सर्वे के अनुसार भारतीयों ने कोरोनावायरस टीकाकरण में सबसे अधिक विश्वास दिखाया है। सर्वे में शामिल हुए लगभग 80 प्रतिशत भारतीयों ने कहा कि लगभग एक वर्ष के भीतर वे टीकाकरण के लिए तैयार हैं। 28 देशों में आयोजित किए गए इस सर्वेक्षण से पता चला कि कुल मिलाकर 51 प्रतिशत भारतीय वैक्सीन उपलब्ध होते ही टीकाकरण के लिए तैयार थे जबकि 29 प्रतिशत इसे एक साल के भीतर ले लेंगे। वाराणसी में सबसे पहले वैक्सीन लेने वाली से पीएम मोदी ने पूछा- कैसा लगा? मिला यह जवाबकंपनी ने किया सर्वेसर्वेक्षण में यह भी पाया गया कि दुनिया भर में कोविड-19 टीकों पर संशय उनकी उपलब्धता में एक बड़ी बाधा है। कम्युनिकेशंस फर्म एडेलमैन ने 19 अक्टूबर और 18 नवंबर 2020 के बीच सर्वेक्षण किया और 33,000 लोगों ने इसमें भाग लिया। सर्वेक्षण में कहा गया है कि नवंबर 2020 तक हर तीन में से केवल एक व्यक्ति वैक्सीन लेने के लिए तैयार था।The city-based vaccine maker has successfully completed enrollment of25,800 volunteers for the Phase-3 trials of Covaxin
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