हिंसा के बाद ट्विटर ने बंद किया था अकाउंट अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन स्थित कैपिटल बिल्डिंग में 6 जनवरी को ट्रंप समर्थकों ने जमकर हिंसा की थी। उस समय कांग्रेस की कार्यवाही चल रही थी जिसमें चुनाव नतीजों पर अमेरिकी संसद की मुहर लगनी थी। इसी दौरान कैपिटल पुलिस को धकियाते हुए हिंसक समर्थक कांग्रेस के अंदर घुस गए थे। इस हिंसा में 5 लोगों की मौत हो गई थी जिसमें एक पुलिसकर्मी भी शामिल था। हिंसा की अमेरिका और दुनिया भर में निंदा की गई थी। सोशल नेटवर्किंग साइट ने ट्विटर ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को हिंसा के लिए उकसाने का दोषी मानते हुए उनके ट्विटर अकाउंट @RealDonaldTrump को हमेशा के लिए बंद कर दिया था। ट्विटर ने कहा था कि ट्रंप के अकाउंट को आगे बने रहने देना खतरनाक हो सकता है। ट्विटर पर ट्रंप के 8.8 करोड़ फॉलोवर थे जिन तक वह सीधे अपनी बात पहुंचा रहे थे। ट्विटर के इस कदम की कई हलकों में निंदा की गई थी और इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए खतरा बताया गया था। ये एक ऐसी मिसाल जो खतरनाक है- डोर्सी इसे लेकर ही ट्विटर सीईओ जैक डोर्सी ने अपनी सफाई दी है और कहा कि “इस कार्रवाई पर हो रही सार्वजनिक चर्चा का मैं खंडन करता हूं। वे हमें विभाजित करते हैं। वे सफाई देने, प्रायश्चित और सीखने की क्षमता को कम करते हैं। ये एक ऐसी मिसाल (बैन करना) कायम करता है जो कि मुझे लगता है कि खतरनाक है। कि एक व्यक्ति का संस्था के पास वैश्विक बातचीत को नियंत्रित करने की शक्ति है।” दरअसल ट्विटर की इस कार्रवाई की अमेरिका के कई रिपब्लिकन सांसदों ने निंदा की थी और इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताया था। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने भी इसकी निंदा की थी। मर्केल ने प्रवक्ता के माध्यम से दिए एक बयान में कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर नियंत्रण कानून या फिर सरकार के द्वारा लगाया जाना चाहिए न कि किसी निजी कंपनी द्वारा। ट्विटर पर अपने बयान में डोर्सी ने कहा कि “डोनाल्ड ट्रंप को ट्विटर से बैन करके मैं खुशी नहीं मना रहा हूं और न ही मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। हमने स्पष्ट चेतावनी देने के बाद ये एक्शन लिया है। हमने ट्विटर पर और बाहर दोनों जगह सुरक्षा के खतरों के आधार पर सबसे अच्छी जानकारी के साथ एक फैसला किया। क्या ये सही था ?” डोर्सी ने प्रतिबंध को बताया ट्विटर की विफलता उन्होंने इसे अपवाद बताते हुए लिखा “हालांकि ये स्पष्ट और साफ तौर पर अपवाद है, मुझे लगता है कि ये प्रतिबंध आखिरकार हमारे स्वस्थ बातचीत को बढ़ावा देने की कोशिश की विफलता है।” ट्विवटर ने पिछले साल लगातार डोनाल्ड ट्रंप के ट्वीट पर चेतावनी जारी की, उस पर नोटिस लगाया और कई बार उस पर आंशिक प्रतिबंध लगाए और चेतावनी भी दी कि आगे ऐसा होने पर अकाउंट को बंद किया जा सकता है। डोर्सी ने कहा कि उन उपायों से एक स्वस्थ बाचतीच को बढ़ावा दिया जा सकता है और ऑनलाइन बातचीत को कम किया जा सकता है। ट्विटर सीईओ ने ये भी कहा कि ट्रंप के ऊपर लगाए गए बैन को लेकर दूसरी कंपनियों के एक्शन ने एक दूसरे का हौसला बढ़ाया हालांकि उन्होंने इसके लिए एक दूसरे से बात नहीं की थी। लेकिन जो हुआ है कि वह आगे चलकर मुक्त इंटरनेट के उद्येश्य के लिए खतरा होगा। ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही डोनाल्ड ट्रंप और उनके समर्थक लगातार चुनाव में धांधली का आरोप लगाते रहे हैं। पिछले दिनों ही ट्विटर ने ट्रंप समर्थक करीब 70 हजार अकाउंट को बंद कर दिया था। वहीं अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही शुरू हो चुकी है। अमेरिकी इतिहास में डोनाल्ड ट्रंप पहले ऐसे राष्ट्रपति हैं जिनके खिलाफ दूसरी बार महाभियोग की कार्यवाही हो रही है
Disclaimer: This post has been auto-published from an agency/news feed without any modifications to the text and has not been reviewed by an editor.
Source link